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किशनगंज इलाके में एलपीजी रिसाव के कारण एक घर में धमाका।
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। उत्तरी दिल्ली के किशनगंज इलाके में सोमवार सुबह एलपीजी रिसाव के बाद अचानक एक मकान में जोरदार धमाका हो गया। आग के गोले की चपेट में आकर एक ही परिवार के पांच लोग झुलस गए। धमाके की आवाज इतनी तेज थी कि काफी दूर तक इसकी गूंज सुनाई दी।लोग घटनास्थल पहुंचे, जहां पूरा परिवार घायलावस्था में था। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
घायलों की पहचान बिहार, सीतामढ़ी के मोहम्मद हजरत, पत्नी रुकसार, सात वर्षीय बेटा हुसैन, छह वर्षीय बेटी आफिया और पांच वर्षीय बेटे छोटे के रूप में हुई है। घायलों को पहले नजदीकी अस्पताल ले जाया गया, जहां से हजरत और रुकसार को आरएमएल अस्पताल भेज दिया गया, वहीं तीनों बच्चों को एलएन अस्पताल शिफ्ट किया गया। घायलों में दंपती की हालत नाजुक बनी हुई है।
शुरुआती जांच के बाद पुलिस को घटनास्थल से एलपीजी सिलिंडर सुरक्षित मिला है। धमाका इतना जबरदस्त था कि कमरे के साथ बनी रसोई की दीवार गिर गई। शुरुआती जांच के बाद आशंका व्यक्त की जा रही है कि एलपीजी रिसाव के प्रेशर से बने गोले की वजह से धमाका हुआ। क्राइम टीम व एफएसएल ने मौके से साक्ष्य जुटाए हैं। पुलिस मकान मालिक समेत अन्य लोगों से पूछताछ कर मामले की छानबीन कर रही है।
पुलिस के मुताबिक, सोमवार सुबह करीब 9.29 बजे उनकी टीम को सूचना मिली कि प्रताप नगर मेट्रो स्टेशन के नजदीक, नई बस्ती, किशनगंज के एक मकान में दूसरी मंजिल पर धमाका हो गया है। खबर मिलते ही पुलिस के अलावा दमकल की दो गाड़ियां मौके पर पहुंची। बाद में घायलों को पीसीआर और एंबुलेंस की मदद से अस्पताल भेजा गया।
मकान मालिक शिव नारायण ने बताया कि तीन दिन पहले ही हजरत का परिवार उनके यहां दूसरी मंजिल के एक कमरे में किराए पर आया था। हजरत पेशे से रिक्शा चालक है। पहले वह अपने सास-ससुर के साथ किशनगंज की झुग्गियों में रहता था। बाद में ससुर के कहने पर ही शिव नारायण ने उसे अपने यहां कमरा दिया था।
आशंका व्यक्त की जा रही है कि कमरे में एलपीजी का रिसाव हो रहा था। खाना बनाने के लिए जैसे ही गैस जलाया गया, उसी दौरान धमाका हो गया और पूरा परिवार उसकी चपेट में आ गया। अब पुलिस आग की सही वजहों का पता लगाने का प्रयास कर रही है। जांच के बाद तथ्यों के आधार पर कार्रवाई की बात की जा रही है। |
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