Pradosh Vrat 2025: शनि प्रदोष व्रत पर इस तरह करें शनि देव को प्रसन्न, हर बाधा होगी दूर
/file/upload/2025/10/9095599297318468494.webpShani Pradosh Vrat 2025 ऐसे प्राप्त करें शनि देव की कृपा।
धर्म डेस्क, नई दिल्ली। हर माह की त्रयोदशी तिथि पर प्रदोष व्रत (Shani Pradosh Vrat 2025)किया जाता है। ऐसे में धनतेरस के दिन यानी 18 अक्टूबर को शनि प्रदोष व्रत किया जाएगा। शनि प्रदोष व्रत को भगवान शिव की कृपा के साथ-साथ शनिदेव की कृपा प्राप्ति के लिए भी खास माना जाता है। इस दिन प्रदोष काल में पूजा करना शुभ माना जाता है। ऐसे में आप इस खास मौके पर शनि देव के मंत्रों का जप करके लाभ प्राप्त कर सकते हैं। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
जरूर करें ये काम
शनि प्रदोष व्रत के दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान आदि कर लें। इसके बाद साफ-सुथरे विशेषकर नीले या काले रंग के कपड़े पहनें और व्रत का संकल्प लें। शाम के समय प्रदोष काल में शिव मंदिर जाकर शिवलिंग पर जल, काले तिल व अन्य पूजा सामग्री अर्पित करें। इसके बाद, पीपल के वृक्ष के नीचे सरसों के तेल का दीपक जलाएं और शनिदेव की पूजा करें। इस दौरान शनि देव के मंत्रों का जप भी जरूर करें। इस दिन पर आपको शनि चालीसा व शनि स्तोत्र का पाठ करने से भी शनि देव की कृपा की प्राप्ति हो सकती है।
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(Picture Credit: Freepik) (AI Image)
करें इन चीजों का दान
शनि प्रदोष व्रत के दिन आप शनि देव से संबंधित चीजों जैसे काले तिल, काले रंग के वस्त्र, सरसों के तेल, काली उड़द की दाल, चप्पल-जूते और छाते आदि का दान (Pradosh Vrat 2025 Daan) कर सकते हैं। इसके साथ ही आप शनि प्रदोष व्रत के दिन गरीबों और जरूरमंद लोगों के बीच अपनी क्षमता के अनुसार, अन्न और धन का दान भी कर सकते हैं।
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शनि देव के मंत्र (Shani Dev mantra)
1. शनि बीज मंत्र - ॐ प्रां प्रीं प्रों स: शनैश्चराय नमः ।।
2. शनि गायत्री मंत्र - ॐ शनैश्चराय विदमहे छायापुत्राय धीमहि ।
3. “ॐ शं शनैश्चराय नमः“
4. “ॐ प्रां प्रीं प्रौं सः शनैश्चराय नमः“
5. “ॐ शन्नो देविर्भिष्ठयः आपो भवन्तु पीतये। सय्योंरभीस्रवन्तुनः।।
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